पाकिस्तानी विदेश कार्यालय के मुताबिक, हमें उम्मीद है कि भारत और पाकिस्तान के बीच 4 सितंबर को होने वाली बैठक में करतारपुर कॉरिडोर के संचालन और मसौदा समझौते से संबंधित उन मसलों पर सहमति बन जाएगी जिन्हें पिछली बैठक (14 जुलाई) में नहीं सुलझाया जा सका था। यह बातचीत पाकिस्तान के समयानुसार सुबह 10 बजे शुरू होगी।
पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा का मसला लगातार सुर्खियों में है। इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व सेना प्रमुख असलम बेग ने कहा था कि पाकिस्तान करतारपुर कॉरिडोर का इस्तेमाल खालिस्तानी आतंकी गतिविधियों के इस्तेमाल में करेगा। उन्होंने कहा था कि भारत को सबक सिखाने के लिए 'जिहाद' ही एकमात्र तरीका है। लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पर भारतीय सेना जिहादियों को नहीं रोक सकती।