केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने शनिवार को यहां कहा कि खादी उद्योग को पुनर्जीवित करने के सरकार के निरंतर प्रयासों और खादी को दैनिक जीवन की आवश्यकता के रूप में अपनाने के लिए, प्रधानमंत्री की अपील करने के परिणामस्वरूप, केवीआईसी लगातार विकास कर रहा है।
इसमें पिछले वर्ष की तुलना में 19 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई है। यह वित्त वर्ष 2018-19 में 71 हजार 077 करोड़ रुपए था। आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2015-16 में खादी का उत्पादन 1,066 करोड़ रुपए आंका गया था, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में बढ़कर 2,292.44 करोड़ रुपए हो गया, जिसमें 115 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर्ज की गई।
दूसरी ओर, खादी की बिक्री और भी ज्यादा रही। खादी फैब्रिक उत्पादों की बिक्री वित्त वर्ष 2015-16 में 1,510 करोड़ रुपए थी, जो कि वित्त वर्ष 2019-20 में 179 प्रतिशत बढ़कर 4,211.26 करोड़ रुपए हो गई।(वार्ता)