बेदी ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘मैं समझती हूं कि वह रोना-धोना कर रहे हैं। मेरा मानना है कि उन्हें अब बड़े हो जाना चाहिए। निमंत्रण तब नहीं आते जब आप चाहें। वे किसी और तरह से आते हैं लेकिन उनकी मांग कभी नहीं की जाती। वे नियम-कायदे से आते हैं या प्रोटोकोल से आते हैं।’ ‘आप’ ने सरकार पर आरोप लगाया कि केजरीवाल को न बुलाकर उसने इस मौके का ‘राजनीतिकरण’ किया है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने कहा, ‘यह देखना देश का काम है कि क्या किया जा रहा है। गणतंत्र दिवस जैसे एक पवित्र अवसर का किस तरह राजनीतिकरण किया गया। कैमरा उन पर कुछ ज्यादा ही फोकस कर रहा था।’ यादव ने सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह राजनीतिक फायदे के लिए सत्ता का गलत इस्तेमाल कर बेदी के चेहरे पर बार-बार कैमरा फोकस कर रही थी।
उन्होंने कहा, ‘कैमरा उन पर कुछ ज्यादा ही फोकस कर रहा था। जब सत्ता का गलत इस्तेमाल राजनीतिक फायदे के लिए होता है तो लोगों को बात समझ में आती है। मैं उम्मीद करता हूं कि चुनाव आयोग भी यह सब देख रहा होगा।’