सितंबर में हो रहे हैं ये बदलाव, जान लीजिए FD, आधार और आयकर के नियमों में फेरबदल

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

सोमवार, 1 सितम्बर 2025 (13:06 IST)
सितंबर महीन में कई तरह के बदलाव हो सकते हैं। पैट्रोल-डीजल से लेकर आधार, आयकर और FD की दरों में कमी समेत कई वित्तीय बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इन बदलावों का सीधा असर आम लोगों के जीवन पर होगा। जानते हैं क्‍या बदलाव हो रहे हैं इस महीने।

1 सितंबर से होने वाले नए बदलावों में एसबीआई क्रेडिट कार्ड शुल्क में बढ़ोतरी और रसोई गैस की कीमतों में संभावित कमी शामिल हो सकती है। इसके अलावा, एफडी दरों में भी कटौती की संभावना है। इसके अलावा कुछ नियम आयकर रिटर्न (आईटीआर) दाखिल करने, आधार कार्ड अपडेट करने आदि से भी जुड़े हैं।

Changes in SBI Credit Card: क्रेडिट कार्ड धारकों के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) सितंबर से शर्तों में बदलाव की योजना बना रहा है। बैंक का कहना है कि सितंबर से हर लेन देन पर रिवॉर्ड पॉइंट नहीं दिए जाएंगे। इन ट्रांजेक्शन में डिजिटल गेमिंग प्लेटफ़ॉर्म, कुछ व्यापारियों और सरकार से जुड़े लेन-देन शामिल हैं। ऑटो डेबिट फेल होने की सूरत में एसबीआई 2 प्रतिशत का जुर्माना भी लगा सकता है।

LPG गैस सिलेंडर के दामों के बदलाव : हर महीने की तरह सितंबर में भी LPG गैस सिलेंडर के दामों के बदलाव संभव है। घरेलू LPG गैस सिलेंडर के दामों के दाम इंटरनेशनल तेल के दामों पर निर्भर करते हैं। एक सितंबर को तेल कंपनियां नए दाम अनाउंस करेंगी। कीमतों में बढ़ोतरी से घरेलू बजट पर असर पड़ सकता है और रसोई पर बोझ बढ़ सकता है, लेकिन कीमतों में कटौती से कुछ राहत मिल सकती है। पिछले महीने रसोई गैस की कीमतें स्थिर रहीं, लेकिन आने वाले महीने में इनमें बदलाव होने की उम्मीद है। इसी तरह, सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में भी बढ़ोतरी की संभावना है।

फिक्स्ड डिपॉजिट की दरों में कटौती : सितंबर में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की दरों में कटौती संभव है। कई बैंक एफडी दरों की समीक्षा और उनमें बदलाव करने की योजना बना रहे हैं। वर्तमान में, बाज़ार में ज़्यादातर बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर 6.5 और 7.5 प्रतिशत की ब्याज दर दे रहे हैं। खबर है कि FD पर ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है।

एटीएम के इस्तेमाल पर नए नियम : देश भर के कुछ बैंक एटीएम के इस्तेमाल को लेकर नए नियम लागू करने वाले हैं। जो ग्राहक निर्धारित मासिक सीमा से ज़्यादा एटीएम से पैसे निकालते हैं, उन्हें ज़्यादा लेनदेन शुल्क का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञ अतिरिक्त लागतों से बचने के लिए अनावश्यक एटीएम से पैसे निकालने को कम करने की सलाह देते हैं, जो सीधे तौर पर मासिक बजट को प्रभावित कर सकते हैं।

अनिवार्य होगी चांदी की हॉलमार्किंग : सबसे बड़ा बदलाव यह होने जा रहा है कि सरकार सितंबर में सोने की तरह चांदी पर भी हॉलमार्किंग अनिवार्य करने की योजना बना रही है, हालांकि हॉलमार्क वाले चांदी के आभूषण या वस्तुएं खरीदना अनिवार्य नहीं होगा, लेकिन इससे चांदी की कीमतों में बदलाव संभव है। इसका असर उन लोगों पर पड़ेगा जो सोने की बजाय चांदी में निवेश करना पसंद करते हैं।
Edited By: Navin Rangiyal

वेबदुनिया पर पढ़ें