घोष से साप्ताहिक रोस्टर के बारे में भी पूछा गया, जिसके अनुसार पीड़िता की 36 घंटे या कभी-कभी 48 घंटे तक की ड्यूटी लगाई गई थी। बताया जा रहा है कि उन्होंने कुछ जवाब घुमा-फिराकर दिए। यह पता लगाया जा रहा है कि क्या अपराध के पीछे कोई साजिश थी या पहले से इसकी योजना बनाई गई थी। प्राचार्य क्या कर रहे थे और क्या वह किसी भी तरीके से घटना में शामिल हैं।