बताया जा रहा है कि कोलकाता पुलिस ने दो अलग-अलग मामलों में FIR दर्ज की है। इसमें एक मामला गलत जानकारी फैलाने के लिए है तो दूसरा पीड़िता की पहचान उजागर करने के लिए।
कोलकाता पुलिस ने पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बारे में कथित तौर पर भ्रामक जानकारी फैलाने के आरोप में डॉ. सुबर्ण गोस्वामी और डॉ. कुणाल सरकार को पूछताछ के लिए बुलाया है। जबकि लॉकेट चटर्जी पर पीड़िता की पहचान उजागर करने का आरोप हैं।
उल्लेखनीय है कि कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर पुलिस ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है। सीबीआई ने मामले की जांच तेज कर दी है। आरोपी, पूर्व प्राचार्य और कई इंटर्न डॉक्टरों से जांच एंजेसी पूछताछ कर रही है।