शाहजहांपुर। पाकिस्तान से भारत आई सीमा हैदर और हिंदुस्तान से पाकिस्तान गई अंजू की चर्चाओं के बीच मोहब्बत की डोर से बंधी एक दक्षिण कोरियाई युवती ने उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर पहुंचकर अपने प्रेमी से ब्याह रचाया।
हालांकि दक्षिण कोरिया के देगू निवासी 30 वर्षीय किम बोह नी की कहानी सीमा हैदर और अंजू से बिल्कुल अलग है। किम और शाहजहांपुर के पुवायां क्षेत्र स्थित उधना गांव के रहने वाले सुखजीत सिंह छह साल पहले एक दूसरे के संपर्क में आए थे। पिछली 18 अगस्त को किम और सिंह गुरुद्वारे में विवाह बंधन में बंध गए। इस शादी में वर-वधु दोनों ही पक्षों के परिवारों की रजामंदी शामिल रही।
किम ने सोमवार को पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि वह भारत आकर काफी खुश हैं और उन्हें अपने ससुराल के लोगों से भरपूर प्यार मिल रहा है। किम ने कहा कि भाषा को लेकर समस्या होती है लेकिन दिल की आवाज किसी भाषा की मोहताज नहीं होती। इस बातचीत के दौरान किम के पति सुखजीत सिंह भी साथ रहे, जिन्होंने दुभाषिये की भूमिका निभाई और किम की दक्षिण कोरियाई भाषा को अनुवाद कर समझाने में मदद की।
किम ने कहा कि वह भारत की संस्कृति और समृद्ध रीति-रिवाजों से खासी प्रभावित हैं और वह खुद में उन्हें रचाने बसाने की पूरी कोशिश कर रही हैं। उनके मन में भारत आने से पूर्व तमाम शंकाएं थीं लेकिन हिंदुस्तान आकर उन्होंने महसूस किया कि यहां के लोग बहुत अच्छे हैं।
उन्होंने कहा कि वह भारत को करीब से देखना चाहती हैं। खास तौर पर ताजमहल और नैनीताल की वादियों का दीदार करना उनकी दिली ख्वाहिश है। किम ने बताया कि उन्हें भारतीय व्यंजन और परिधान बहुत पसंद हैं। खासकर मक्का की रोटी और सरसों का साग वह बहुत चाव से खाती हैं।
किम के पति सुखजीत ने बताया कि वह वर्ष 2016 में दक्षिण कोरिया घूमने गए थे। उन्हें वहां काफी अच्छा लगा तो उन्होंने वहीं रुकने का इरादा कर लिया और जीविका चलाने के लिए एक साइबर कैफे में नौकरी कर ली। किम भी उसी साइबर कैफे में काम करती थीं। वर्ष 2017 में दोनों के बीच दोस्ती हो गई जो बाद में प्यार में बदल गई। करीब छह साल चले रिश्ते के बाद दोनों ने शादी के बंधन में बंधने का फैसला किया।
सुखजीत ने बताया कि जब उन्होंने अपने परिवार के लोगों को दक्षिण कोरिया युवती से शादी करने की इच्छा के बारे में बताया तो शुरू में तो उन्हें कुछ हिचक महसूस हुई, लेकिन बाद में वे मान गए। पिछली 18 अगस्त को दोनों परिवारों की रजामंदी से पुवायां के गुरुद्वारे में दोनों ने पूरे रीति-रिवाज से शादी कर ली।
उन्होंने बताया कि किम को भारत ने पांच साल का वीजा दिया है। वह तीन महीने के लिए यहां आई हैं। वह करीब दो माह पहले उधना गांव आई थीं। अभी वह एक महीने और यहीं रहकर दक्षिण कोरिया लौट जाएंगी। उसके बाद वह फिर भारत आएंगी तब वह और उनकी पत्नी दक्षिण कोरिया चले जाएंगे।