आडवाणी की 'आपातकाल' टिप्पणी से केजरीवाल सहमत

गुरुवार, 18 जून 2015 (20:30 IST)
नई दिल्ली। केंद्र के साथ विभिन्न मुद्दों पर टकराव की स्थिति का सामना कर रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के उस बयान से सहमति व्यक्त की कि देश में आपातकाल लगने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता, साथ ही संदेह व्यक्त किया कि क्या दिल्ली में इसका पहला प्रयोग होगा।

केजरीवाल ने ट्विट किया कि आडवाणीजी सही कहते हैं कि आपातकाल को खारिज नहीं किया जा सकता। क्या दिल्ली प्रथम प्रयोग होगा?

उल्लेखनीय है कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार और उपराज्यपाल नजीब जंग एवं केंद्र के बीच शीर्ष अधिकारियों के स्थानांतरण एवं नियुक्ति तथा दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकार के विषय पर खींचतान की स्थिति बनी हुई है।

राजनीतिक हलकों में ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि आडवाणी की टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लक्ष्य करके कही गई है। आप नेता आशुतोष ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता की टिप्पणी मोदी की राजनीति पर अभियोग है।

आशुतोष ने ट्विट किया कि आडवाणी का साक्षात्कार मोदी की राजनीति पर पहला अभियोग है। वे कहते हैं कि मोदी के नेतृत्व में लोकतंत्र सुरक्षित नहीं है, आपातकाल दूर नहीं है।

आडवाणी ने एक समाचारपत्र को दिए साक्षात्कार में कहा कि संवैधानिक और कानूनी सुरक्षा होने के बावजूद अभी के समय में जो ताकतें लोकतंत्र को कुचल सकती हैं, वे मजबूत हुई हैं।

उन्होंने कहा कि 1975-77 में आपातकाल के समय के बाद से मैं नहीं समझता कि ऐसा कुछ किया गया, जो आश्वस्त करता हो कि नागरिक स्वतंत्रता फिर से निलंबित या ध्वस्त नहीं की जाएगी। ऐसा बिलकुल नहीं हुआ।

पूर्व उपप्रधानमंत्री और अभी भाजपा के मागदर्शक मंडल के सदस्य आडवाणी ने कहा कि वास्तव में कोई आसानी से ऐसा नहीं कर सकता, लेकिन ऐसा दोबारा नहीं होगा... मैं ऐसा नहीं कहूंगा। ऐसा हो सकता है कि मौलिक स्वतंत्रता में फिर कटौती हो। (भाषा)

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