सूत्रों ने बताया कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री को अब 'जेड' श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। इस श्रेणी के तहत मिलने वाले सुरक्षा कवर के अनुसार अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के सशस्त्र कमांडो दस्ते की होगी। अब लालू की सुरक्षा की जिम्मेदारी राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के ब्लैक कैट कमांडोज की नहीं होगी। एनएसजी सिर्फ 'जेड+' सुरक्षा कवर मुहैया करवाती है।
सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुरक्षा पाने वाले विभिन्न अतिविशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी) को खतरों की हाल ही में समीक्षा की थी जिसके बाद यह फैसला लिया गया। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को प्राप्त 'जेड+' सीआरपीएफ वीआईपी सुरक्षा कवर पूरी तरह से वापस ले लिया गया है। अब उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी राज्य पुलिस की होगी। उन्होंने बताया कि कोयला एवं खान राज्यमंत्री को 'जेड' श्रेणी का सुरक्षा कवर तब दिया गया था, जब वे गृह राज्यमंत्री थे। (भाषा)