यहां तक पहुंचा दक्षिण-पश्चिम मानसून : दक्षिण-पश्चिम मानसून हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों, पूरे लद्दाख और कश्मीर, जम्मू के ज्यादातर हिस्सों और पंजाब के कुछ हिस्सों में आगे बढ़ गया है। मानसून जयपुर, आगरा, रामपुर, देहरादून, शिमला, पठानकोट, जम्मू से होकर गुजरता है। इसका मतलब है कि मानसून अब उत्तर की ओर बढ़ रहा है। अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर अरब सागर के शेष हिस्सों, राजस्थान, पंजाब के कुछ और हिस्सों, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों, पश्चिम उत्तरप्रदेश, हिमाचल प्रदेश और जम्मू के शेष हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए स्थितियां अनुकूल हैं यानी मानसून अभी और आगे बढ़ेगा।
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निम्न दबाव का क्षेत्र बना : एक निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिण-पूर्व उत्तरप्रदेश पर बना हुआ है। अगले 12 घंटों के दौरान इसके धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और कमजोर होने की संभावना है। इसका मतलब है कि एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो धीरे-धीरे कमजोर हो जाएगा।
मध्यप्रदेश में भारी वर्षा होने की संभावना : 23 और 24 जून को पश्चिम मध्यप्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है। इन तारीखों पर पश्चिम मध्यप्रदेश में बहुत ज्यादा बारिश हो सकती है। 22 से 26 जून के दौरान मध्यप्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा जारी रहने की संभावना है।
इन राज्यों में भी वर्षा की संभावना : इसके अलावा जस्थान से लेकर यूपी, असम, मेघालय, अरुणाचल, नगालैंड, मणिपुर, केरल, तटीय कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है। 25-28 जून के दौरान आंतरिक कर्नाटक में भी भारी बारिश हो सकती है। 22 से 26 जून के दौरान कर्नाटक, तटीय आंध्रप्रदेश और यनम, रायलसीमा, तेलंगाना में तेज सतही हवाएं चलने की संभावना है। केरल, लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक में कई और कुछ स्थानों पर हल्की और मध्यम वर्षा होने की संभावना है। 22 से 26 जून के दौरान तटीय आंध्रप्रदेश और यनम, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक में अलग-अलग स्थानों पर गरज और बिजली के साथ अलग-अलग स्थानों पर छिटपुट बारिश के आसार हैं।