Asaduddin Owaisi's statement on American attack : एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने रविवार को ईरानी परमाणु केंद्रों पर अमेरिकी हमले की निंदा की और इसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों और परमाणु हथियारों के अप्रसार पर संयुक्त राष्ट्र संधि का उल्लंघन करार दिया। यह अमेरिका के संविधान का भी उल्लंघन करता है, क्योंकि इसमें कहा गया है कि कांग्रेस की अनुमति के बिना देश युद्ध नहीं कर सकता। अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड ने भी पहले कहा था कि ईरान के पास (परमाणु हथियार) जैसा कुछ नहीं है। उन्होंने पाकिस्तान का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वह ईरान पर हमलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की मांग कर रहा है और उसके सेना प्रमुख ने ट्रंप के साथ भोजन किया था।
उन्होंने कहा, सुबह ईरान के तीन या चार परमाणु केंद्रों पर (अमेरिका द्वारा) किया गया हमला अंतरराष्ट्रीय कानून, संयुक्त राष्ट्र अध्याय, एनपीटी का उल्लंघन है। यह अमेरिका के संविधान का भी उल्लंघन करता है, क्योंकि इसमें कहा गया है कि कांग्रेस की अनुमति के बिना देश युद्ध नहीं कर सकता। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड ने भी पहले कहा था कि ईरान के पास (परमाणु हथियार) जैसा कुछ नहीं है।
उन्होंने राय व्यक्त करते हुए कहा कि पांच से दस वर्षों में ईरान 90 प्रतिशत तक यूरेनियम संवर्धन कर लेगा और इसे रोका नहीं जा सकता। उन्होंने पाकिस्तान का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वह ईरान पर हमलों के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की मांग कर रहा है और उसके सेना प्रमुख ने उत्तरी अमेरिकी देश में ट्रंप के साथ दोपहर का भोजन किया था। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour