Flood threat looms over Delhi: भारी वर्षा (heavy rainfall) होने से दिल्ली में यमुना (Yamuna) का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। इससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। गत अपराह्न 4 बजे यमुना का जलस्तर 204.13 मीटर पर था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से थोड़ा नीचे है। हालांकि शाम 7 बजे से जलस्तर कम होने लगा लेकिन पहाड़ी इलाकों में लगातार बारिश के कारण सतर्कता बरती जा रही है।
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के मुताबिक हथिनीकुंड बैराज से मंगलवार को 25 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, जो बुधवार को दिल्ली पहुंचा। इसके बाद बुधवार शाम को 50 हजार क्यूसेक पानी और छोड़ा गया है, जो आज तक पहुंचेगा। इससे यमुना का जलस्तर बढ़ सकता है।
अगर जलस्तर खतरे के निशान को पार करता है तो हाथी घाट, एमनेस्टी मार्केट, मजनूं का टीला, यमुना विहार, सोनिया विहार और यमुना खादर जैसे निचले इलाकों में पानी भरने का खतरा है। यदि 1 लाख क्यूसेक या इससे अधिक पानी छोड़ा जाता है तो चेतावनी जारी की जाएगी। 3 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने पर निचले इलाकों में बोट तैनात होंगी और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जाएगा।ALSO READ: दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब
राजस्थान में फिर भारी बारिश का दौर शुरू होने का अनुमान : जयपुर से मिले समाचारों के अनुसार मौसम विभाग ने राजस्थान में इस सप्ताहांत से फिर भारी बारिश का दौर शुरू होने का अनुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र बनने से पूर्वी राजस्थान के कुछ भागों में 26 जुलाई से बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होने व 26 से 30 जुलाई के दौरान भारी बारिश का दौर शुरू होने का अनुमान है, वहीं 27-28 जुलाई के दौरान दक्षिण-पूर्वी व दक्षिणी भागों में कहीं-कहीं भारी व अतिभारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार गुरुवार सुबह 8.30 बजे तक के 24 घंटों में राजस्थान में कई जगह बारिश हुई। सबसे अधिक बारिश अटरू (बारां) में 89.0 मिलीमीटर दर्ज की गई।
ओडिशा के 12 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी : भुवनेश्वर से मिले समाचारों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव वाले क्षेत्र के प्रभाव से ओडिशा के कम से कम 12 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। आईएमडी के भुवनेश्वर केंद्र ने 'एक्स' पर बताया कि ऊष्णकटिबंधीय चक्रवात 'विफा' फिर उभर आया है और इसके प्रभाव के कारण गुरुवार सुबह 5.30 बजे उत्तर बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दबाव वाला क्षेत्र बना है।
विभाग ने कहा कि निम्न दबाव वाला यह क्षेत्र शुक्रवार सुबह और मजबूत होगा तथा अगले 48 घंटे में पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए उत्तर ओडिशा और उससे सटे पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों की ओर बढ़ेगा। इसके प्रभाव से ओडिशा के कई जिलों में 28 जुलाई तक भारी बारिश होने की संभावना है।ALSO READ: Weather Update: दिल्ली में बाढ़ का खतरा, 8 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट
विभाग ने भारी बारिश का अनुमान जताते हुए मयूरभंज, क्योंझर, मलकानगिरि और कोरापुट जिलों के लिए गुरुवार को 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है। साथ ही सुंदरगढ़, देवगढ़, बालासोर, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, ढेंकानाल और अंगुल जिलों के लिए 'येलो' अलर्ट जारी किया गया है, जहां गरज के साथ तेज हवाएं चलने और भारी बारिश की संभावना है। कटक, जगतसिंहपुर, पुरी, खुर्दा, नयागढ़, गंजाम और गजपति जिलों में भी गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। समुद्र की स्थिति खराब रहने की आशंका को देखते हुए मछुआरों को 27 जुलाई तक समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
ऊष्णकटिबंधीय चक्रवात विफा (WIPHA) का प्रवेश : ऊष्णकटिबंधीय चक्रवात विफा (WIPHA) के बचे हुए असर ने उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में प्रवेश कर लिया है। इसके प्रभाव से उसी क्षेत्र में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती घेरा समुद्र तल से 7.6 किमी की ऊंचाई तक फैला हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा की ओर झुक रहा है। यह सिस्टम अगले 24 घंटों में स्पष्ट रूप से विकसित हो सकता है और उत्तर ओडिशा तथा इससे सटे पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों की ओर पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ेगा।
पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी और इससे सटे उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर बना चक्रवाती घेरा इस सिस्टम में विलीन हो चुका है। एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण-पश्चिम राजस्थान के ऊपर बना हुआ है। एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और इससे सटे हिमाचल प्रदेश के ऊपर समुद्र तल से 3.1 से 5.8 किमी की ऊंचाई के बीच चक्रवाती घेरे के रूप में सक्रिय है।ALSO READ: यूपी में बारिश ने ली 18 लोगों की जान, राजस्थान भी पानी पानी, क्या है अन्य राज्यों का हाल?
पिछले 24 घंटों के दौरान देशभर में हुई मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटे के दौरान कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, छत्तीसगढ़ और दक्षिण-पूर्व मध्यप्रदेश में भारी से बहुत भारी बारिश दर्ज की गई। मध्यप्रदेश, विदर्भ, दक्षिण-पूर्व राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, पश्चिम उत्तरप्रदेश और ओडिशा में मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई। केरल, लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, उत्तर तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम मध्यप्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान, पश्चिम उत्तरप्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर पंजाब में हल्की से मध्यम बारिश हुई। सौराष्ट्र और कच्छ, बिहार, पूर्वी उत्तरप्रदेश, दक्षिण तमिलनाडु और पूर्वोत्तर भारत में हल्की बारिश दर्ज की गई।
आज शुक्रवार के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार आज शुक्रवार, 25 जुलाई को कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक, विदर्भ, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड और उत्तर तेलंगाना में मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। असम, तटीय आंध्रप्रदेश, दक्षिण गुजरात, गंगीय पश्चिम बंगाल और पूर्वी राजस्थान में हल्की से मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश संभव है।
पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तरप्रदेश, बिहार, मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र, केरल, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, लक्षद्वीप और पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पश्चिम मध्यप्रदेश, पंजाब, हरियाणा, गुजरात, आंतरिक कर्नाटक और तमिलनाडु में हल्की बारिश होने की संभावना है।(Photo courtesy: IMD)