इन पत्रों को लिखने के बाद मोदी कुछ महीनों के भीतर इन्हें जलाकर नष्ट कर देते थे, लेकिन एक दिन राष्ट्रीय स्वयं सेवक (आरएसएस) के प्रचारक नरेन्द्र पंचासरा ने मोदी को ऐसा करने से रोका और कहा कि यह मूल्यवान दस्तावेज हैं, इन्हें जलाया मत कीजिए। भावना सिनेमा पर कई किताबें लिख चुकी हैं और उन्हें 2017 में पद्मश्री से भी नवाजा गया था।