Weather Update: दिल्ली में अगले 5 दिन बारिश का अलर्ट, संपूर्ण भारत में छाया मानसून

शुक्रवार, 30 जून 2023 (08:41 IST)
Weather Updare: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले 5 दिनों के दौरान आसमान में बादल छाए रहने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को यह जानकारी दी। राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों में गुरुवार को भारी बारिश हुई जिससे न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया, जो इस मौसम के औसत तापमान से 4 डिग्री कम है। मानसून संपूर्ण भारत में छा गया है।
 
आईएमडी के बुलेटिन में कहा गया है कि इस बीच दिल्ली में अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है। दिल्ली और इसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश के बाद मौसम विभाग ने शहर के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है।
 
आईएमडी मौसम से जुड़ी चेतावनी के लिए 4 रंगों का इस्तेमाल करता है जिसमें 'ग्रीन' का अर्थ है कि कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है, 'येलो' का अर्थ है कि नजर रखें और अद्यतन जानकारी लेते रहें, 'ऑरेंज' का अर्थ है कि किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहें और 'रेड' का अर्थ है कि अविलंब कार्रवाई करें। आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार सापेक्षिक आर्द्रता जो सुबह 8.30 बजे 100 प्रतिशत थी, शाम 5.30 बजे 70 प्रतिशत दर्ज की गई।
 
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 101 दर्ज किया गया, जो कि मध्यम की श्रेणी में आता है। गौरतलब है कि 0 से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 से 100 के बीच संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब और 401 से 500 के बीच गंभीर माना जाता है। दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार 30 जून से 2 जुलाई तक वायु गुणवत्ता सूचकांक 'संतोषजनक' श्रेणी में रहने की संभावना है।
 
जून में दक्षिणी राज्यों व बिहार में सामान्य से कम हुई बारिश : नई दिल्ली से मिले समाचारों के अनुसार दक्षिण-पश्चिम मानसून जून महीने में ज्यादातर दक्षिणी राज्यों और बिहार से रूठा रहा जबकि इसने राजस्थान और देश के अन्न भंडार कहे जाने वाले राज्यों- पंजाब एवं हरियाणा में वर्षा ऋतु के पहले महीने में अच्छी-खासी बारिश की है।
 
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के आंकड़ों के अनुसार मानसून के मौसम के पहले महीने में 29 जून तक देश में 136.5 मिलीमीटर (मिमी) बारिश हुई, जो सामान्य रूप से होने वाली बारिश 157 मिमी से 13 प्रतिशत कम है। बिहार और केरल ऐसे 2 राज्य हैं, जहां जून में बहुत कम बारिश हुई, जो इस अवधि के लिए सामान्य से क्रमश: 69 प्रतिशत और 60 प्रतिशत कम है।
 
बिहार में जून में 47.5 मिमी बारिश हुई जबकि सामान्य रूप से 151.1 मिमी बारिश होती है, वहीं केरल में मौसम की सामान्य बारिश 621.9 मिमी की तुलना में महज 251.1 मिमी बारिश हुई। तमिलनाडु में आमतौर पर उत्तर-पूर्वी मानसून से बारिश होती है, लेकिन जून महीने में 51.5 मिमी सामान्य बारिश की तुलना में 49.3 मिमी बारिश हुई है।
 
दक्षिण-पश्चिम मानसून के केरल पहुंचने में देर हुई और 8 जून को राज्य में इसका आगमन हुआ। उसी समय अरब सागर में बने चक्रवात बिपरजॉय का भी इस पर प्रभाव पड़ा। चक्रवात के 15 जून को गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्रों के बीच तट से टकराने के बाद मानसून तेजी से आगे बढ़ा।
 
गुरुवार शाम मौसम विभाग द्वारा जारी विस्तारित क्षेत्र पूर्वानुमान (ईआरएफ) में कहा गया है कि अगले 2 दिनों में देश के शेष हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल स्थिति है। प्रायद्वीपीय भारत में अगले हफ्ते मानसून के जोर पकड़ने, लेकिन उत्तर-पश्चिम भारत तथा गुजरात के हिस्सों में बारिश में कमी आने की संभावना है। क्षेत्र में जून में राजस्थान और दिल्ली में सामान्य से दोगुनी बारिश हुई। 1 से 29 जून के बीच राजस्थान में 50.7 मिमी सामान्य बारिश की तुलना में 145.9 मिमी बारिश हुई, वहीं दिल्ली में 60.4 मिमी की तुलना में 126 मिमी बारिश हुई।
 
हिमाचल के मंडी में डूबने से 1 व्यक्ति की मौत : शिमला से मिले समाचारों के अनुसार हिमाचल प्रदेश के मंडी में बाढ़ के पानी में डूबने से 1 व्यक्ति की मौत हो गई। लाहौल और स्पीति के उदयपुर में बाढ़ आने के बाद संसारी-किल्लर-तांदी सड़क पर यातायात अवरुद्ध हो गया। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने यह जानकारी दी। केंद्र ने बताया कि राज्य में भूस्खलन की कोई बड़ी घटना होने की सूचना नहीं है। इसके अनुसार टिंडी क्षेत्र में फंसे वाहनों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
 
हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, क्योंकि स्थानीय मौसम कार्यालय ने 5 जुलाई तक राज्य में बारिश का अनुमान जताया है। मौसम कार्यालय के अनुसार शिमला में 51 मिलीमीटर (मिमी), मशोबरा में 44 मिमी, घमौर में 40.2 मिमी, डलहौजी में 30 मिमी, कांगड़ा में 19 मिमी, धर्मशाला में 18.2 मिमी और नारकंडा में 14 मिमी बारिश हुई। मंडी जिले में पंडोह के निकट अचानक आई बाढ़ के बाद मंगलवार को लापता हुई 1 महिला का शव गुरुवार को बरामद किया गया जिससे राज्य में मानसून के मौजूदा मौसम में बारिश से संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या 20 हो गई है।
 
मध्यप्रदेश के उत्तर-मध्य भागों पर एक निम्न दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। एक संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 7.6 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। इसके उत्तर-पश्चिम की ओर धीरे-धीरे उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश की ओर बढ़ने की उम्मीद है। उत्तर-पश्चिमी राजस्थान से उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ रेखा उत्तर-पूर्वी राजस्थान से उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश, मध्यप्रदेश के उत्तर-मध्य भागों, दक्षिणी झारखंड और गंगीय पश्चिम बंगाल होते हुए उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। एक अपतटीय ट्रफ रेखा महाराष्ट्र तट से केरल तट तक फैली हुई है। पश्चिमी विक्षोभ को जम्मू-कश्मीर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा सकता है।
 
आज कैसा रहेगा मौसम? : स्काईमेट के अनुसार आज शुक्रवार को उपहिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम के कुछ हिस्सों, बिहार की तलहटी, उत्तर-पूर्व उत्तरप्रदेश, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण राजस्थान, पश्चिम मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों, गुजरात क्षेत्र, कोंकण और गोवा, तटीय कर्नाटक और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में मध्यम से भारी बारिश संभव है।
 
उत्तराखंड, उत्तरप्रदेश के शेष हिस्सों, झारखंड के कुछ हिस्सों, पूर्वी मध्यप्रदेश और विदर्भ और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में मध्यम बारिश के साथ 1-2 स्थानों पर भारी बारिश संभव है। हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान के कुछ हिस्सों, सौराष्ट्र और कच्छ, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु और रायलसीमा में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और पश्चिमी राजस्थान में हल्की बारिश संभव है।
 
Edited by: Ravindra Gupta

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