इसके बाद अधिवक्ता ने रेल मंत्री सुरेश प्रभु, रेल मंत्रालय, दानापुर रेल मंडल के डीआरएम व आइआरसीटीसी के ट्विटर हैंडल पर शिकायत करते हुए मेडिकल सुविधा की मांग की। लेकिन, चार घंटे बाद भी पटना जंकशन तक मेडिकल सुविधा मुहैया नहीं कराई गई।
झाझा स्टेशन पहुंचने से पहले ही सिंह की तबीयत बिगड़ने लगी। इसके बाद सिंह के साथी ने पटना में रहने वाले अपने वकील मित्र से फोन कर सहयोग मांगा। इसके साथ ही पैंट्री मैनेजर और कोच अटेंडेंट के साथ साथ ट्विटर पर शिकायत किया, लेकिन पटना जंकशन पहुंचने तक रेलवे ने मेडिकल सुविधा मुहैया नहीं कराई। बाद में उनके मिश्र ने स्टेशन पर दवा दी और वह टुंडला के लिए रवाना हुआ।