Amarnath Yatra : अमरनाथ यात्रा में अब शामिल होने वालों की संख्या नगण्य होने का परिणाम है कि श्रद्धालुओं की सेवा में जुटे लंगरवाले परेशान हो गए हैं। उनकी परेशानी का कारण यात्रियों की अनुपस्थिति में उनका खराब हो रहा भोजन है। उन्हें लंगर लगाने की अनुमति इन्हीं शर्तों पर मिली थी कि जब तक यात्रा जारी रहेगी, उन्हें लंगर खुला रखना होगा।
अमरनाथ यात्रियों की संख्या में कमी आने के कई अन्य कारणों में जम्मू-पठानकोट नेशनल हाईवे पर दो पुलों को बंद कर दिए जाने से बनी अव्यवस्था के अतिरिक्त हिमलिंग का पिघल जाना भी शामिल है। पिछले साल भी खराब मौसम के कारण कई दिन पहले ही यात्रा की समाप्ति की घोषणा कर दी गई थी और फिर रक्षाबंधन के दिन छड़ी मुबारक की स्थापना की औपचारिकता निभाई गई थी।
इस बार यह यात्रा 31 अगस्त तक रक्षाबंधन के दिन तक चलनी है और प्रशासन की परेशानी यह है कि वह 2 से 3 हजार के बीच शामिल हो रहे श्रद्धालुओं के लिए अभी भी 2 लाख के करीब सुरक्षाकर्मियों को सुरक्षा के लिए तैनात किए हुए है। हालांकि आने वाले दिनों में प्रशासन को अब यह उम्मीद नहीं है कि यह संख्या भी बरकरार रहेगी।