मध्य प्रदेश में भले ही कमलनाथ सरकार ने CAA/NRC को लागू करने से मना कर दिया हो लेकिन CAA और NRC को लेकर अफसरों को मोह छूट नहीं रहा है। मंडला कलेक्टर की फेसबुक पोस्ट के बाद अपने बयानों के लिए अक्सर सुर्खियों में रहने वाले राज्य प्रशासनिक सेवा के सीनियर अफसर नियाज अहमद खान ने NRC को लेकर पीएम मोदी को अनोखा सुझाव दिया है। नियाज अहमद खान ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर पीएम मोदी से मांग की है कि देश में भर में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ NRC होना चाहिए। उन्होंने अपने पोस्ट में भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा है। 
 
									
				
	 
	नियाज अहमद खान ने वर्तमान में पीडब्ल्यूडी व पर्यावरण विभाग में उप सचिव के पद पर पदस्थ है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि विश्वास कीजिए, अगर इसे सच्चे मन से लागू किया जाए तो सरकारी स्वामित्व वाले कई पद रिक्त हो जाएंगे। फिर ईमानदार लोगों को देश की सेवा करने का अवसर प्राप्त होगा। उन्होंने लिखा कि एक लेखर और भारत का नागारिक होने के नाते मैं माननीय प्रधानमंत्री महोदय से निवेदन करता हूं कि इस बिंदु पर गौर करें।
 
									
				
	 
	यह आज के समय की मांग है,सिर्फ ईमानदार लोगों को राष्ट्र का नागरिका होना चाहिए। ऐसा कोई भी व्यक्ति जो भ्रष्ट है उसके नागरिक होने का अधिकार नहीं लेकिन अफसोस कि ऐसे ही लोग खुद को सबसे बड़ा देशभक्त बता रहे है। अगर ऐसे भ्रष्ट लोगों को राष्ट्र के नागरिक रजिस्टर से बाहर कर दिया जाए तो देश स्वच्छ हो जाएगा। एनआरसी उनके खिलाफ होना चाहिए जो सरकारी पैसे चुराते है।  उन्होंने राष्ट्र का एक-एक पैसा उन गरीब नागरिकों का है जो रोजी रोटी के लिए संघर्ष कर रहे है और भ्रष्ट सरकारी सत्ता प्राप्त लोग इस गरीबी के लिए जिम्मेदार है।