जानिए मैगी विवाद का पूरा सच

मंगलवार, 2 जून 2015 (14:53 IST)
भारत का विशेष फूड बन चुकी मैगी का अस्तित्व अब खतरे में हैं। मैगी ने लोगों को डरा दिया है। मैगी के शौकीन अब मैगी को ना ही तवज्जो देना चाहते हैं और ना ही इसके बारे में भूलकर सोचना चाहते हैं।

मैगी के विवाद ने कुछ बॉलीवुड के चेहरों को भी लपेटे में ले लिया है। इन चेहरों में अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित व प्रीती जिंटा का नाम शामिल है। कोर्ट ने नेस्ले समेत इन फिल्मी सितारों को भी नोटिस जारी कर दिया है।       

क्या है मैगी विवाद? : कुछ समय पहले फूड सेफ्टी एवं ड्रग एडमिन्स्ट्रेशन(एफडीए), उत्तरप्रदेश ने जांच में पाया कि मैगी में मोनोसोडियम ग्लूटामेट(एमएसजी) और लीड(सीसा) की भारी मात्रा पाई गई है। मोनोसोडियम ग्लूटामेट(एमएसजी) का उपयोग मैगी में स्वाद बढ़ाने के लिए किया गया था।

जांच में पाया गया कि मैगी में जितनी लीड(सीसा) होने के लिए संस्तुति दी गई है उससे 7 गुना ज्यादा लीड जांच के दौरान पाई गई। एफडीए ने बताया कि उन्होंने इसके लिए मैगी के दो दर्जन पैकेट जांचे।

सीसा अत्यंत जहरीला धातु माना जाता है, इसकी वजह से कैंसर, मस्तिष्क रोग, मिर्गी, किडनी की बीमारी और ज्यादा मात्रा में शरीर में जाने पर मौत तक हो सकती है।

छोटे बच्चों के मामले में खाद्य पदार्थों में सीसे के प्रभाव से दिमागी विकास पर स्थायी नुकसान पहुंचता है, जो ठीक नहीं हो सकता। इसके अलावा वयस्कों के लिए भी सीसा ऐसा ही नुकसान पहुंचता है।
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एमएसजी को लेकर इतना विवाद क्यों?: एमएसजी के उपयोग से सरदर्द, पसीना आना, चेहरे की मांसपेशियों पर तनाव, चेहरे, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों में सूनापन, सिहरन या जलन का अनुभव हो सकता है।

इसके अलावा भोजन के जरिए शरीर में जाने पर इसकी वजह से दिल की धडकनों में असामान्यता और छाती में दर्द, उलटी और कमजोरी हो सकती है। इसके अलावा कई स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि एमएसजी की वजह से भी स्नायु और मस्तिष्क सम्बन्धी परेशानियां हो सकती हैं।

वहीं मैगी की कंपनी नेस्टल ने दावा किया है कि वे मैगी में मोनोसोडियम ग्लूटामेट पदार्थ इस्तेमाल नहीं करते, और वे इस संबंध में अपने टेस्ट रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं।
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क्यों फंसी बॉलीवुड हस्तियां मैगी विवाद में? : मैगी मामले के प्रकाश में आने के बाद बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन, प्रीती जिंटा और माधुरी दीक्षित पर गाज गिरी है। इन तीनों पर मामला इनके द्वारा मैगी का प्रचार करने के चलते दर्ज किया गया है। हालांकि अब मैगी का प्रचार अमिताभ नहीं बल्कि माधुरी दीक्षित करती हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर की एक अदालत ने मैगी का विज्ञापन करने को लेकर अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित और प्रीती जिंटा के अलावा नेस्ले ग्रुप के प्रबंधक मोहन गुप्ता और निदेशक शबाब आलम के खिलाफ एएफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। इन पर यह मामला IPC की धारा 270, 272, 273,275, 276, और 420 के तहत दर्ज कराया गया है।

खबरों के मुताबिक अगर यह सिद्ध हो जाता है कि वास्तव में मैगी में  इस तरह के पदार्थ पाए गए हैं तो मैगी का प्रचार करने वाले बॉलीवुड सितारों से हर्जाने के रूप में 10 लाख रुपए वसूले जा सकते हैं। सरकार ने मैगी की जांच के संबंध में पूरे देश में आदेश जारी करने को कहा है।

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