महाराष्ट्र विधान परिषद चुनाव : 145 विधायकों ने डाला वोट

सोमवार, 20 जून 2022 (14:38 IST)
मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद की 10 सीटों के लिए सोमवार को हो रहे चुनाव में सुबह 11.15 बजे तक कुल 145 विधायकों ने वोट डाला। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इस चुनाव में निर्दलीय और छोटे दलों की भूमिका को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस के गठबंधन वाला सत्तारूढ़ महा विकास आघाडी (एमवीए) गठबंधन अपने सभी छह उम्मीदवारों को राज्य विधान परिषद में पहुंचाने में चुनौती का सामना कर रहा है। हाल ही में महाराष्ट्र में हुए राज्यसभा चुनाव में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने एमवीए गठबंधन को मात दी थी।

सदन में कुल 25 निर्दलीय और छोटे दलों के सदस्य मौजूद हैं। पिछले कुछ दिनों में चार प्रमुख दलों ने चुनाव जीतने की अपनी रणनीति के तहत कई निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों से संपर्क किया है। मुंबई में राज्य विधानमंडल परिसर में सुबह नौ बजे शुरू हुई मतदान प्रक्रिया शाम चार बजे समाप्त होगी, जिसके कुछ घंटे बाद नतीजे घोषित किए जाएंगे।

10 सीटों पर हो रहे चुनाव के लिए कुल 11 उम्मीदवार मैदान में हैं। राज्य की एमवीए सरकार के घटक शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस ने दो-दो प्रत्याशी उतारे हैं, जबकि भाजपा ने पांच उम्मीदवारों को टिकट दिया है। विधान भवन के एक अधिकारी ने कहा, सुबह 11.15 बजे तक 145 विधायकों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
 
गंभीर बीमारी से जूझ रहीं भाजपा विधायक मुक्ता तिलक पुणे से यात्रा कर विधान भवन पहुंचीं। इसके बाद उन्हें वोट डालने के लिए व्हीलचेयर के जरिये विधानमंडल परिसर के अंदर ले जाया गया। विधान परिषद के नौ सदस्यों का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त होने वाला है। वहीं, इस साल की शुरुआत में भाजपा के एक नेता के निधन के कारण 10वीं सीट पर चुनाव कराया जा रहा है।

विधान परिषद के सभापति रामराजे नाइक निंबालकर, राज्य के उद्योग मंत्री सुभाष देसाई, दिवाकर रावते, प्रवीण दारेकर, प्रसाद लाड, मराठा नेता विनायक मेटे, पूर्व मंत्री सदाभाऊ खोट, सुरजीत सिंह ठाकुर और संजय दौंड का कार्यकाल सात जुलाई को समाप्त हो रहा है।

इनमें से निबांलकर एवं दौंड राकांपा के सदस्य हैं, जबकि दारेकर, ठाकुर और लाड भाजपा से ताल्लुक रखते हैं तथा रावते व देसाई शिवसेना के नेता हैं। मेटे और खोट भाजपा के सहयोगी हैं। दसवीं सीट भाजपा नेता आर एन सिंह के निधन के कारण रिक्त हो गई है। राकांपा ने रामराजे नाइक निंबालकर और पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे को मैदान में उतारा है। दोनों नेता भाजपा छोड़कर शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी में शामिल हुए थे।

वहीं, शिवसेना ने आदिवासी बहुल नंदुरबार जिले से पार्टी के पदाधिकारी सचिन अहीर और अमश्य पड़वी को उम्मीदवार बनाया है। जबकि, कांग्रेस ने मुंबई इकाई के अध्यक्ष भाई जगताप और पूर्व मंत्री चंद्रकांत हंडोरे को चुनाव में खड़ा किया है। भाजपा ने निवर्तमान विधान पार्षद लाड और दारेकर को फिर से टिकट दिया है। उसने इनके अलावा राम शिंदे, उमा खापरे और श्रीकांत भारतीय को भी मैदान में उतारा है। राज्य के विधायक विधान परिषद के चुनावों के लिए निर्वाचक मंडल बनाते हैं।

शिवसेना विधायक रमेश लटके का निधन होने और दो राकांपा विधायकों-नवाब मलिक व अनिल देशमुख के जेल में होने के कारण 288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा के सदस्यों की प्रभावी संख्या घटकर 285 रह गई है। मलिक और देशमुख को उच्च न्यायालय ने मतदान की अनुमति नहीं दी है। विधान परिषद चुनाव जीतने के लिए प्रति उम्मीदवार पहली वरीयता के वोटों का कोटा 26 है। भाजपा के पास 106 विधायक हैं, शिवसेना के पास 55, कांग्रेस के पास 44 और राकांपा के पास 52 विधायक हैं।(भाषा)

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