श्रीमती पुष्पा को पुरस्कार में एक लाख रुपए का चेक, प्रतीक चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। भारतीय ज्ञानपीठ के निदेशक एवं प्रसिद्ध हिन्दी कवि लीलाधर मंडलोई ने 72 वर्षीय लेखिका को साहित्य अकादमी के सभागार में आयोजित एक समारोह में यह सम्मान प्रदान किया।
सचदेव (74) की अनुपस्थिति में सारिका से जुड़े रहे प्रसिद्ध कहानीकार सुरेश उनियाल ने यह सम्मान ग्रहण किया। नई धारा के प्रधान सम्पादक प्रमथ राज सिंह ने उन्हें पुरस्कार में 25 हज़ार रुपए का चेक, प्रतीक चिह्न तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। समारोह में हिन्दी की कथाकार रीता सिन्हा तथा बिहार के गज़लकार अनिरुद्ध सिंह को भी नई धारा सम्मान प्रदान किया गया।