तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ने कहा कि उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस को मिली जीत ‘धर्मनिरपेक्षता और एकता’ के पक्ष में और ‘एनआरसी’ के खिलाफ है। राज्य में लोकसभा चुनावों में शानदार प्रदर्शन करने वाली भाजपा इस उपचुनाव में एक भी सीट नहीं जीत पाई और उसे खड़गपुर सदर सीट का नुकसान उठाना पड़ा है। हालांकि भाजपा इन सभी 3 सीटों पर दूसरे स्थान पर रही है।
ममता ने कहा कि भाजपा केंद्र में सत्ता में आने के 5-6 महीने के भीतर लोगों का विश्वास खो रही है। उन्होंने कहा कि एनआरसी भाजपा का राजनीतिक रुख है और हम इसे पश्चिम बंगाल में लागू नहीं होने देंगे और हम यह भी नहीं चाहते हैं कि यह भारत में कहीं भी लागू हो। भाजपा बंगाल को टुकड़े-टुकड़े में बांटना चाहती है। हम आश्वासन देते हैं कि एनआरसी की वजह से एक भी व्यक्ति बाहर नहीं जाएगा।
ममता ने यह भी आरोप लगाया कि माकपा और कांग्रेस खुद को मजबूत करने के बदले राज्य में भाजपा की मदद कर रहे हैं। उन्होंने एक टीवी चैनल से कहा कि हम इस जीत को बंगाल के लोगों को समर्पित करते हैं। यह धर्मनिरपेक्षता और एकता की जीत है तथा यह एनआरसी के विरोध में है। भाजपा सत्ता के अहंकार और राज्य के लोगों का अपमान करने की सजा भुगत रही है।