सीबीआई के अनुसार दिल्ली सरकार के जीएसटी विभाग में नियुक्त माधव को एक बिचौलए से मिली जानकारी के आधार पर गिरफ्तार किया गया था। माधव ने वकील एसएस पांडेय के जरिए जमानत याचिका दायर की। माधव ने शिक्षा विभाग में 2003 में मुख्य लिपिक के रूप में सेवा आरंभ की थी और वह 2015 से सिसोदिया के कार्यालय में ओएसडी के रूप में पदस्थ था।