नई दिल्ली। दिल्ली में सोमवार से मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू होने के बाद यात्रियों के चेहरे पर मुस्कान लौट आई, लेकिन कई यात्रियों ने कहा कि स्टेशनों के अधिकतर प्रवेश-निकास द्वार बंद होने से यात्रा में देरी और असुविधा हुई।
दिल्ली मेट्रो के एक कर्मचारी ने बताया कि उसे जीटीबी नगर मेट्रो स्टेशन के चालू प्रवेश द्वार पर पहुंचने में अधिक समय लगा क्योंकि अन्य द्वार बंद थे। उन्होंने कहा, मेरे घर के नजदीक जो द्वार है, वह बंद है। लिहाजा मुझे गेट नंबर पांच पर जाने में 10 मिनट अधिक समय लगा।हालांकि उन्होंने कहा कि मेट्रो परिसर में प्रवेश से लेकर यात्रा करने और गंतव्य स्टेशन तक पहुंचने में कोई दिक्कत नहीं हुई।
हुडा सिटी सेंटर से केन्द्रीय सचिवालय तक यात्रा करने वाली ज्योत्सना सिंह (28) ने कहा कि आमतौर पर वह द्वार संख्या-1 से निकलती हैं जो खुला रहता था, लेकिन आज बंद है। उन्होंने कहा, मुझे वापस लौटकर गेट नंबर तीन से बाहर निकलना पड़ा, जिसमें 5-7 मिनट फालतू लग गए। मैं हालात के मद्देनजर इतनी देरी के लिए पहले से तैयार थी।
शास्त्री भवन में काम करने वाली सिंह ने कहा मेट्रो में उनके केवल 50 रुपए खर्च हुए, जबकि कैब से यात्रा करने में 350 से 400 रुपए लग रहे थे। जोर बाग से पटेल चौक तक की यात्रा करने वाले सौरभ रॉय ने कहा कि उन्होंने लोधी गार्डन के निकट गेट नंबर एक से स्टेशन में प्रवेश किया था।
रॉय ने कहा, मेट्रो में 11 मिनट का सफर था, लेकिन स्टेशन तक पहुंचने में ही मुझे 15 मिनट लग गए। जो लोग इस तरह की समस्या का सामना कर रहे हैं, वे मेट्रो के बजाय निजी वाहनों को तरजीह देंगे।दिल्ली में सोमवार से चरणबद्ध तरीके से मेट्रो सेवाएं फिर से शुरू कर दी गई हैं। इस दौरान कोरोनावायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं।