ईरान और इजराइल के बीच तनाव 10 दिन भी जारी है। अमेरिका की भी इसमें इंट्री हो गई। मीडिल ईस्ट में तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेसेशकीन से फोन पर बातचीत की। प्रधानमंत्री मोदी और ईरानी राष्ट्रपति पेजेशकियान के बीच फोन पर यह बातचीत अमेरिका द्वारा ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर बमबारी किए जाने के कुछ ही घंटे बाद हुई। इस बमबारी से क्षेत्रीय तनाव और बढ़ गया। भारत शुरू से ही क्षेत्रीय शांति की वकालत की है और हर बार कूटनीति को प्राथमिकता देने की बात कही है। पीएम मोदी की ईरानी राष्ट्रपति से हुई बातचीत उसी दिशा में एक और कदम मानी जा रही है।
पीएम मोदी ने एक्स पर दी जानकारी
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ईरान के राष्ट्रपति @drpezeshkian से बात हुई। मौजूदा हालात पर विस्तार से चर्चा हुई। हालिया तनाव को लेकर गहरी चिंता जताया। क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और स्थिरता की जल्द बहाली के लिए तनाव कम करने, बातचीत और कूटनीति को आगे बढ़ाने की बात दोहराई।
अमेरिका की भी इंट्री
इजराइल और ईरान के बीच जारी युद्ध में अब अमेरिका भी कूद पड़ा है। ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के मकसद से इजराइल की ओर से शुरू किए गए हमलों को मजबूती प्रदान करते हुए अमेरिका ने रविवार तड़के तीन ईरानी परमाणु केंद्रों पर हमले किए। ईरान की जवाबी कार्रवाई की धमकी के बीच लंबे समय से दुश्मन रहे ईरान को कमजोर करने के लिहाज से यह एक जोखिम भरा कदम माना जा रहा है, जिससे व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष छिड़ने की आशंका है।
परमाणु केंद्रों को तबाह करने का दावा
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) से राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि ईरान के प्रमुख परमाणु केंद्रों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया गया है।