सूत्रों ने बताया कि मोदी यह मंत्रिमंडल विस्तार विकास के लिए पैशन (जुनून), प्रोफिशिएंसी (दक्षता), प्रोफेशनल एंड पॉलिटिकल आकुमेन (पेशवराना एवं राजनीतिक कौशल) के ध्येय पर करने जा रहे हैं और इसके लिए पहली बार नौकरशाहों पर इतना भरोसा जताया गया है।
नए नौ मंत्रियों में दो पूर्व आईएएस, एक पूर्व आईपीएस और एक पूर्व राजनयिक हैं। आज़ादी के बाद केन्द्र सरकार में पहली बार पूर्व नौकरशाहों को इतनी तवज्जो मिली है। इससे पहले एक पूर्व सेनाध्यक्ष, एक पत्रकार, एक सैन्य अधिकारी, एक पूर्व आईएएस अधिकारी मोदी मंत्रिमंडल के सदस्य हैं।
सूत्रों के अनुसार नए मंत्री उच्चशिक्षित एवं विभिन्न सामाजिक एवं आर्थिक पृष्ठभूमि है और वे उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश और बिहार से आते हैं। इन मंत्रियों को महत्वपूर्ण मंत्रालयों में इस प्रकार से नियुक्त किया जाएगा जिससे आखिरी व्यक्ति तक सरकारी कार्यक्रमों का लाभ सुनिश्चित हो सके। (वार्ता)