मोदी के मंत्रिमंडल में दिखाई दे सकते हैं चौंकाने वाले चेहरे
शनिवार, 2 सितम्बर 2017 (23:25 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल सुबह अपनी मंत्रि परिषद में विस्तार एवं फेरबदल करेंगे जिसमें करीब दस नए चेहरे शामिल किए जाने की संभावना है। आधिकारिक जानकारी के अनुसार नए मंत्रियों को सुबह साढ़े दस बजे राष्ट्रपति भवन में शपथ दिलाई जाएगी।
नए मंत्रियों में कुछ चौंकाने वाले चेहरे हो सकते हैं। कुछ मंत्रियों के विभागों में भी परिवर्तन किए जाने की संभावना है। जिन नए चेहरों को मंत्री बनाया जाना है उनमें पूर्व पुलिस अधिकारी सत्यपाल सिंह, दो पूर्व आईएएस अधिकारी आर के सिंह और अल्फांस कन्ननथन्नम, पूर्व राजनयिक हरदीप पुरी, अश्विनी चौबे, शिवप्रताप शुक्ला, अनंत कुमार हेगड़े, गजेन्द्र सिंह शेखावत और वीरेन्द्र कुमार के नामों की चर्चा है।
कुछ स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों की पदोन्नति होने तथा कुछ के विभागों में परिवर्तन किए जाने की संभावना है। पेट्रोलियम राज्यमंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल और संचार एवं रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा की पदोन्नति हो सकती है।
इस समय मोदी मंत्रिमंडल में रक्षा, शहरी विकास, सूचना प्रसारण, वन एवं पर्यावरण जैसे मंत्रालयों को अन्य विभागों के मंत्री अतिरिक्त प्रभार के रूप से संभाल रहे हैं। विस्तार एवं फेरबदल की प्रक्रिया में कम से कम पांच मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं जिनमें कौशल विकास राज्य मंत्री राजीव प्रताप रूडी, श्रम राज्यमंत्री बंडारू दत्तात्रेय, मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री महेन्द्रनाथ पांडेय, जल संसाधन राज्य मंत्री संजीव बालियान तथा स्वास्थ्य राज्य मंत्री फग्गनसिंह कुलस्ते शामिल हैं।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने भी बीते सप्ताह दो दुर्घटनाओं के बाद प्रधानमंत्री से मिलकर इस्तीफे की पेशकश की थी जिस पर प्रधानमंत्री ने उन्हें प्रतीक्षा करने को कहा है। वित्त मंत्री अरुण जेटली भी संकेत दे चुके हैं कि वह लंबे समय तक रक्षा मंत्रालय की अतिरिक्त जिम्मेदारी नहीं संभालेंगे।
कुछ विभागों के खाली रहने और कुछ मंत्रियों के पास एक से ज्यादा विभाग होने के कारण फेरबदल लंबे समय से प्रतीक्षित है। मंत्रिपरिषद् में फेरबदल की अटकलें पिछले वर्ष के अंत से लगाई जा रही थीं। मोदी मंत्रिपरिषद में यह तीसरा और 2019 के आम चुनाव से पहले संभवत आखिरी फेरबदल होगा।
कुछ मंत्रियों के पास काफी समय से एक से ज्यादा मंत्रालयों की जिम्मेदारी है। मनोहर पर्रिकर को गत मार्च में गोवा का मुख्यमंत्री बनाए जाने के बाद से रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास है। अनिल माधव दवे के निधन के बाद पर्यावरण मंत्रालय का कार्यभार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. हर्षवर्धन को दिया गया था। वेंकैया नायडू के उप राष्ट्रपति बनने के बाद सूचना प्रसार मंत्रालय का प्रभार कपडा मंत्री स्मृति ईरानी तथा शहरी विकास मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार ग्रामीण विकास मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के पास है।
सूत्रों का कहना है कि सरकार से हटाए गए कुछ भाजपा नेताओं को पार्टी संगठन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी का जल्द गठन होना है। गुजरात, हिमाचल प्रदेश तथा कर्नाटक में कुछ महीनों में विधान सभा चुनाव होने वाले हैं और ऐसा माना जा रहा है कि मंत्रिपरिषद विस्तार में इन राज्यों का प्रतिनिधित्व बढाया जा सकता है। (वार्ता)