नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि आकांक्षी जिला कार्यक्रम ने देश के 112 जिलों में 25 करोड़ से अधिक लोगों की जिंदगी बदल दी। उनके जीवन की गुणवत्ता में बदलाव आया है। इसकी सफलता अब आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम का आधार बनेगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने यहां भारत मंडपम में आकांक्षी ब्लॉक के लिए सप्ताह भर चलने वाले विशिष्ट कार्यक्रम संकल्प सप्ताह की शुरुआत करते हुए यह टिप्पणी की। उन्होंने जमीनी स्तर पर विकास के लिए संसाधनों के अधिकतम उपयोग और जन भागीदारी की महत्ता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा कि बहुत कम लोगों को इतने लंबे वक्त तक सरकार चलाने का मौका मिलता है, जैसा कि मुझे मिला है। और मैं अनुभव से यह कहता हूं कि केवल बजट से बदलाव नहीं आता, अगर हम संसाधनों और अभिसारिता का अधिकतम उपयोग करें, तो ब्लॉक के लिए किसी नई निधि के बिना भी काम किया जा सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सुशासन की पूर्व शर्त संसाधनों का अधिकतम उपयोग है। उन्होंने संसाधनों के समान वितरण पर भी जोर दिया।
संकल्प सप्ताह का संबंध आकांक्षी ब्लॉक कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन से है। प्रधानमंत्री ने सात जनवरी को इस देशव्यापी कार्यक्रम की शुरुआत की थी।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य नागरिकों के जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए ब्लॉक स्तर पर शासन में सुधार लाना है। इसे देश के 329 जिलों के 500 आकांक्षी ब्लॉक में लागू किया जा रहा है। 3 से 9 अक्टूबर तक चलने वाले संकल्प सप्ताह का हर दिन एक विशिष्ट विकास थीम के लिए समर्पित है, जिस पर सभी आकांक्षी ब्लॉक काम करेंगे।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, पहले छह दिन की थीम क्रमशः संपूर्ण स्वास्थ्य, सुपोषित परिवार, स्वच्छता, कृषि, शिक्षा और समृद्धि दिवस है। इसके आखिरी दिन 9 अक्टूबर को संकल्प सप्ताह समावेश समारोह के रूप में पूरे सप्ताह किए गए काम का जश्न मनाया जाएगा।