मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए थे लेकिन मंदिर परिसर एवं आसपास भारी भीड़ जमा थी। मोदी ने लोगों का अभिवादन किया और कई बार सुरक्षा घेरा तोड़कर जनता से मिले। पुजारियों ने भी उनके साथ सेल्फी खींची। मोदी ने मंदिर की व्यवस्था, पुरातत्व, इतिहास एवं पांरपरिक विश्वास के बारे में भी जानकारी प्राप्त की।
मोदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को यह पता चलना चाहिए कि अभाव की जिंदगी जीने के बावजूद उपेक्षित वर्ग के इन लोगों ने आजादी के लिए किस प्रकार की कुर्बानी दी थी। उन्होंने कहा कि आजादी के आंदोलन में हिस्सा लेने के कारण ओडिशा में जनजातीय वर्ग के सैंकड़ों लोगों को फांसी दी गयी थी और हजारों लोगों को जेल की सजा भुगतनी पड़ी थी।