मोदी का निवेशकों को स्थिर कर प्रणाली का वादा

रविवार, 14 फ़रवरी 2016 (08:23 IST)
मुंबई। ‘मेक इन इंडिया’ को भारत का अब तक का सबसे बड़ा ब्रांड बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निवेशकों को विश्वसनीय व पारदर्शी कर प्रणाली और सरल लाइसेंसिंग तथा मंजूरी प्रक्रिया का वादा किया।
 
मोदी ने यहां मेक इन इंडिया सप्ताह के उद्घाटन कार्य्रकम में निवेशकों को ये आश्वासन देते हुए कहा, 'हम पिछली तारीख से कर लगाने की व्यवस्था बहाल नहीं करेंगे। हम अपनी कर प्रणाली को पारदर्शी, स्थिर व विश्वसनीय बना रहे हैं।' 
 
उन्होंने कहा,‘ हम लाइसेंस, सुरक्षा व पर्यावरणीय मंजूरी जैसी प्रक्रियायाओं को भी सरल कर रहे हैं।’ इस अवसर पर कई देशों के शीर्ष नेता, उद्योगपति व विदेशी प्रतिनिधि मौजूद थे।
 
मोदी ने कहा, इस ब्रांड ने संस्थानों, उद्योगों, व्यक्तियों व मीडिया की कल्पना को पकड़ा है.. यह हमारी सामूहिक इच्छा को परिलक्षित करता है और हमें सुधार करने व दक्षता बढाने को प्रोत्साहित कर रहा है। उन्होंने कहा कि एफडीआई के लिए भारत संभवत: सबसे खुला देश है। मई 2014 में उनकी सरकार के सत्ता में आने के बाद से एफडीआई प्रवाह 48 प्रतिशत बढ़ा है।
 
उन्होंने कहा, हम भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाना चाहते हैं और अब चौतरफा जोर ‘व्यापार सुगमता’ पर है।
 
मोदी ने कहा कि भारत तीन डी- डेमोक्रसी (लोकतंत्र), डेमोग्राफी (जनसांख्यिकी) व डिमांड (मांग) का वरदान है और हमने इसमें एक और डी, डिरेग्यूलेशन (विनियमन) जोड़ दिया।’ उन्होंने कहा कि राज्यों के स्तर पर भी बदलाव आ रहे हैं और व्यापार सुगमता व बुनियादी ढांचे में सुधार के लिहाज से राज्यों के बीच भी स्वस्थ प्रतिस्पर्धा है।
 
मोदी ने कहा, ‘2014-15 में भारत ने वैश्विक वृद्धि में 12.5 प्रतिशत का योगदान किया। वैश्विक वृद्धि में इसका योगदान, विश्व अर्थव्यवस्था में इसके हिस्से की तुलना में 68 प्रतिशत ज्यादा है।’ उन्होंने कहा, ‘अनेक वैश्विक एजेंसियां व संस्थायें लगातार भारत को सबसे आकषर्क निवेश गंतव्य के रूप में दर्जा दे रही हैं। हमारे युवा उद्यमी हमें उद्यमिता व आपूर्ति :डिलीवरी: के नयी व त्वरित राहें दिखा रहे हैं और मेरी सरकार उनके सहयोग को प्रतिबद्ध है।’
 
मोदी ने कहा, ‘उद्योगपतियों को मेरी मित्रवत सलाह है: इंतजार नहीं करें, आराम नहीं करें, भारत में असीमित अवसर हैं।’ मेक इन इंडिया सप्ताह का उद्देश्य विनिर्माण क्षेत्र में निवेश आकषिर्त करना व सफलता की गाथाओं को दिखाना है। इसके लिए मध्य मुंबई में बांद्रा कुर्ला परिसर में विशेष स्थल तैयार किया गया है। (भाषा)

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