डॉ. कुमार जेपी आंदोलन के दौरान भी राजनीति में सक्रिय रहे और इसकी वजह से उन्हें 16 माह तक जेल की सजा भी काटनी पड़ी। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, विश्व हिंदू परिषद और भारतीय जनता पार्टी में विभिन्न पदों पर रहते हुए मंत्रिमंडल में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किए गए हैं।