ई-नीलामी में मोदी का अंगवस्त्रम 1 करोड़ तक पहुंचा, ओलंपियन्स और पैरालंपियन्स के हॉकी और जैवलिन की इतनी लगी बोली

Webdunia
शुक्रवार, 17 सितम्बर 2021 (22:51 IST)
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेंट में प्राप्त सामा टोक्यो ओलंपिक में प्रवेश पाने वाली तलवारबाज भवानी देवी की तलवार के लिए दस करोड़ रूपये से ऊपर की बोलियां लग चुकी हैं। लेकिन ई—नीलामी के पहले दिन उनका एक अंगवस्त्रम एक करोड़ रूपये पर चल रहा है।

हालांकि, पैरालंपिक खिलाड़ी सुहास एल यतिराज, कृष्णा नागर का बैंडमिंटन रैकेट और टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक के स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के भाले की बोली एक करोड़ पचास लाख रूपये तक पहुंच गयी है।

एक सरकारी वेबसाइट पर आज शुरू हुई नीलामी में टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता बॉक्सर लवलीना के ग्लव्स की बोली एक करोड़ नब्बे लाख से अधिक पर चल रही है।

श्री मोदी को मिले स्मृति चिह्नों में पदक जीतने वाले ओलम्पिक और पैरालिंपिक खिलाड़ियों के खेलों के सामान की नीलामी संस्कृति मंत्रालय द्वारा वेबसाइट 'पीएममेमेंटोस डॉट जीओवी डॉट इन' पर करायी जा रही है।

श्री मोदी का आज 71वां जन्मदिन मनाया जा रहा है। यह नीलामी सात अक्टूबर तक चलेगी। नीलामी से होने वाली आय नमामि गंगे मिशन पर खर्च की जाएगी।

नीलामी में प्रधानमंत्री के अंगवस्त्रम का आधार मूल्य 500 रूपये, पैरालंपिक के स्वर्ण पदक पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी यतिराज का हस्ताक्षर युक्त रैकेट का आधार मूल्य 80 हजार रूपये और पैरालंपिक में रजत पदक जीतने वाली कृष्णा के रैकेट का आधार मूल्य 50 हजार रूपये रखा गया है।

दूसरी तरफ टोक्यो ओलंपिक में भाला फेंक में स्वर्ण पदक विजेता नीरज चोपड़ा के जैवलिन का आधार मूल्य एक करोड़ रूपये, कांस्य पदक विजेता बॉक्सर लवलीना का आधार मूल्य 80 लाख रूपये, टोक्यो ओलंपिक में महिला हॉकी खिलाड़ी रानी रामपाल की हॉकी स्टिक का आधार मूल्य 80 लाख रूपये और टोक्यो पैरालंपिक की भाला फेंक में स्वर्ण जीतने वाली सुनील अंतिल का आधार मूल्य एक करोड़ रूपये रखा गया है।

वेबसाइट में देखने में आया है कि प्रधानमंत्री और पैरालंपिक खिलाड़ियों के साजोसामान पर लोग अधिक बढ़कर बोली लगा रहे हैं। इस वेबसाइट से 2,700 से अधिक यादगार वस्तुओं की नीलामी की जा रही है। इन वस्तुओं के अलग अलग आरक्षित मूल्य रखे गए हैं जो 200 रुपये से लेकर ढाई लाख रुपये तक के दायरे में हैं।

इच्छुक व्यक्ति इन उपहारों को राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय, जयपुर हाउस दिल्ली में 3 अक्टूबर 2019 तक सुबह 11 बजे से शाम 8 बजे तक देख सकते हैं।(वार्ता)

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