विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को मैसूर (कर्नाटक) के कोलार जिले के चिक्काबल्लापुर तालुका में हुआ था। विश्वेश्वरैया भारत के माने हुए सफल इंजीनियर, विद्वान थे। 1955 में उन्हें 'भारत रत्न' सम्मान दिया गया। दक्षिण भारत के मैसूर, कर्नाटक को एक विकसित एवं समृद्धशाली क्षेत्र बनाने में एमवी का अभूतपूर्व योगदान है।
उनके पिता का नाम श्रीनिवास शास्त्री तथा माता का नाम वेंकाचम्मा था। पिता संस्कृत के विद्वान थे। विश्वेश्वरैया ईमानदारी, त्याग, मेहनत इत्यादि जैसे गुणों से संपन्न थे। उनका कहना था कि कार्य जो भी हो लेकिन वह इस ढंग से किया गया हो कि वो दूसरों के कार्य से श्रेष्ठ हो।