उन्होंने कहा कि प्रारूपों में बंगाल की खाड़ी में मौसम तंत्र बनने का संकेत है।करीब तीन दशकों से दक्षिण-पश्चिम मानसून पर अनुसंधान कर रहे राजीवन ने ट्वीट किया, भारत सरकार के पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के प्रारूप आठ जुलाई से दक्षिण, पश्चिम तटीय और पूर्व मध्य भारत में बारिश संबंधी गतिविधियों की वापसी, वृद्धि का संकेत देते हैं।
हालांकि उत्तर भारत के कुछ हिस्सों, दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों, मध्य, पूर्व और पूर्वोत्तर भारत में सामान्य और सामान्य से कम श्रेणी की बारिश देखने को मिल सकती है।विभाग ने कहा कि मौसम तंत्र के अभाव में सात जुलाई तक मानसून की प्रगति के लिए अनुकूल परिस्थितियां नहीं हैं।(भाषा)