उन्होंने आगे लिखा कि रानी पद्मावती ने अपने सतीत्व, देश और समाज की आन, बान और शान के लिए हजारों नारियों के साथ स्वयं को आग में झोंक दिया था। उसे तोड़-मरोड़ कर दिखाना वास्तव में इस देश का अपमान है। भंसाली जैसे लोगों को कोई और भाषा समझ नहीं, इन जैसे लोगों को को सिर्फ जूते की भाषा ही समझ आती है।
प्रो. मालवीय ने कहा कि यह देश रानी पद्मावती का अपमान नहीं सहेगा। हम गौरवशाली इतिहास के साथ छेड़खानी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते। अलाउद्दीन खिलजी के दरबारी कवियों द्वारा लिखे गए गलत इतिहास पर संजय लीला भंसाली ने पद्मावती फिल्म बना दी है। यह न सिर्फ गलत है बल्कि निंदनीय है। उल्लेखनीय है कि फिल्म पद्मावती 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली है। भाजपा में भी इस फिल्म को लेकर विरोध है। पार्टी चाहती है कि यह फिल्म गुजरात चुनाव के बाद ही रिलीज हो।