ताजा समाचार के अनुसार अखिलेश यादव की नहीं मानी गई तो वह पार्टी से अलग हो जाएंगे। इस संबंध में वे पार्टी का चुनाव चिन्ह भी जब्त कराने के लिए चुनाव आयोग जा सकते हैं। हर हाल में अखिलेश अपने प्रत्याशी को टिकट देना चाहते हैं, लेकिन अब देखना है कि आगे क्या होता है। कल मुलायम सिंह क्या एक्शन लेते हैं।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव द्वारा बगावती तेवर अपनाते हुए 235 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवारों की समानान्तर सूची जारी किए जाने से पैदा सूरत-ए-हाल के बीच समाजवादी पार्टी के प्रान्तीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने आज फिर पार्टी मुखिया मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। शिवपाल खेमे के सूत्रों के मुताबिक कल रात आपसी मुलाकात के बाद पार्टी प्रदेश अध्यक्ष आज एक बार फिर सपा मुखिया से मिलने पहुंचे। करीब पौन घंटे तक चली इस मुलाकात के बारे में कोई भी आधिकारिक ब्योरा नहीं मिला है।
बहरहाल, परिवार के अखाड़े में जारी 'दंगल' के बीच सपा मुखिया मुलायम ने अपने द्वारा गत बुधवार को जारी सूची में घोषित पार्टी प्रत्याशियों की कल पार्टी प्रदेश मुख्यालय पर बैठक बुलायी है। पार्टी में जारी उठापटक के मद्देनजर यह बैठक बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। माना जा रहा है कि मुलायम इस बैठक में प्रत्याशियों के रख को भांपने की कोशिश करेंगे।
इस बीच, सपा के वरिष्ठ नेता आजम खां ने पार्टी में जारी उठापटक पर निहायत अफसोस जाहिर करते हुए रामपुर में कहा कि रिश्तों के बिगाड़ ने प्रदेश का मुकद्दर बिगाड़ दिया। आज जो हो रहा है, उसे इतिहास में एक बदनुमा अध्याय के तौर पर लिखा जाएगा।