कठिन सुधारों के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर : मोदी

रविवार, 22 अक्टूबर 2017 (18:36 IST)
दाहेज (गुजरात)। विपक्ष द्वारा आर्थिक नीतियों की आलोचना किए जाने के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को एक बार फिर जोर दिया कि कठिन सुधारों के बाद अर्थव्यवस्था पटरी पर आ रही है और सही दिशा में आगे बढ़ रही है।हमने कड़े फैसले लिए हैं और ऐसा करना जारी रखेंगे।
 
दाहेज में एक रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बहुत से अर्थशास्त्री इस बात पर सहमत हैं कि अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है।हमने अर्थव्यवस्था के लिए कड़े फैसले लिए हैं।राजकोषीय स्थिरता को कायम रखते हुए हम ऐसा करना जारी रखेंगे।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने देश में एक नई कार्यसंस्कृति तैयार की है, जो जवाबदेह और पारदर्शी हो।इसी कार्यसंस्कृति की वजह से योजनाओं पर काम हो रहा है।दोगुना गति से सड़कें बन रही हैं, दोगुना गति से रेल लाइनें बन रही हैं।योजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
 
मोदी ने कहा कि सरकार की कार्यसंस्कृति में बदलाव लाया गया है।ऐसी कार्यसंस्कृति तैयार की गई है, जो गरीबों और मध्यम वर्ग को तकनीकी मदद से उनका हक दिला रही है।मैं खोज-खोजकर फाइलें निकाल रहा हूं और जो परियोजनाएं दशकों से अटकी हुई हैं, उन्हें पूरा कर रहा हूं।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम लोगों को ईमानदारी का माहौल देने का काम कर रहे हैं।नोटबंदी ने कालेधन को तिजोरी से बैंकों तक पहुंचाया है और जीएसटी से देश को नया बिजनेस कल्चर मिला।जीएसटी को लेकर व्यापारी वर्ग की बड़ी चिंता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि व्यापारी डरें नहीं।जीएसटी के बाद पुराने खातों की जांच के नाम पर परेशान नहीं किया जाएगा।ईमानदारी के दम पर ही कमाई की जाती है।
 
प्रधानमंत्री मोदी रो रो फेरी सर्विस के तहत फेरी में सवार होकर 100 दिव्यांग बच्चों के साथ घोघा से दाहेज पहुंचे।दाहेज में एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने नया मंत्र दिया- 'पी फॉर पी'।उन्होंने कहा कि हमारे लिए 'पी फॉर पी' है यानी पोर्ट फॉर प्रॉस्पेरिटी अर्थात समृद्धि के लिए बंदरगाह।
 
मोदी ने कहा कि बंदरगाह समृद्धि के प्रवेश द्वार हैं और सागरमाला परियोजना इसी की एक झलक है।हमने इस परियोजना को साल 2035 की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया है।इसके तहत आधारभूत ढांचे के विकास से जुड़ी 400 परियोजनाओं पर बहुत बड़ा निवेश किया जा रहा है।इन पर करीब 8 लाख करोड़ रुपए के निवेश की तैयारी है।
 
उन्होंने कहा कि हमें विश्वास है कि अकेले सागर माला प्रोजेक्ट से 1 करोड़ नौकरियां पैदा होंगी।सागरमाला जैसी परियोजना के आधार पर ही न्यू इंडिया का निर्माण किया जा सकेगा। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें