चेन्नई। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई, लेकिन कश्मीर मामले में शी चुप ही रहे। उन्होंने इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं की, जबकि शी के भारत दौरे से ठीक पहले इमरान ने उनके समक्ष कश्मीर का मुद्दा उठाया था।
दोनों नेताओं के बीच 6 घंटे तक अनौपचारिक बातचीत हुई। गोखले ने कहा कि भारत की यह बड़ी कूटनीतिक कामयाबी है कि जिनपिंग कश्मीर पर चुप रहे। हालांकि इस यात्रा से दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं। इसके साथ ही जिनपिंग ने मानसरोवर यात्रियों के लिए और सुविधाएं देने का वादा किया है। विदेश सचिव ने कहा कि जिनपिंग ने अपने दौरे को यादगार बताया है।