मोदी ने लोकसभा में उनकी सरकार के खिलाफ आंध्र प्रदेश से तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा) सदस्य के. श्रीनिवास द्वारा लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा मैं आंध्र प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाता हूं कि चाहे राजधानी की बात हो या किसानों की बात, विकास में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
मोदी ने उल्टा आंध्र प्रदेश की तेदेपा सरकार पर आरोप लगाया कि वह अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का सहारा ले रही है। उन्होंने कहा राजग सरकार आंध्र प्रदेश के लोगों की आशाओं और अपेक्षाओं का सम्मान करती है, लेकिन 14वें वित्त आयोग की सिफारिशों के कारण वह बंदिशों में बंधी हुई है।
उन्होंने कहा कि आयोग की सिफारिशों के अनुसार, विशेष राज्य के दर्जे का प्रावधान समाप्त कर दिया गया है और अब सिर्फ पूर्वोत्तर और पर्वतीय राज्यों की अलग श्रेणी है, लेकिन इसके बाद भी केंद्र सरकार ने आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राहत का प्रस्ताव दिया था। प्रधानमंत्री ने बताया कि 8 सितंबर 2016 को विशेष राहत को लागू किया गया था और इसके लिए 4 नवंबर 2016 को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय वित्तमंत्री को धन्यवाद भी दिया था।
उन्होंने आरोप लगाया कि तेदेपा राज्य की राजनीति के लिए संसद का उपयोग कर रही है। मोदी ने कहा जब तेदेपा ने राजग से समर्थन वापस लिया था तो आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मैंने कहा था कि आप वाईएसआर (कांग्रेस) के चक्र में फंस रहे हैं। आप किसी हाल में बच नहीं पाएंगे। झगड़ा कहां का और उपयोग सदन का। (वार्ता)