उन्होंने कहा कि दिल्ली में न तो सुविधा है, न बिजली है, न पानी है, न शासन है और न ही प्रशासन है। एक तरफ भाजपा के इल्जाम की राजनीति है तो दूसरी तरफ केजरीवाल के इल्जाम की राजनीति है। इस इल्जाम की राजनीति और सत्ता के अहंकार के दो पाटों में दिल्ली के लोग आए दिन पिस रहे हैं।