मोदी ने यहां एक समारोह में कहा कि जो लोग मुझे पसन्द नहीं करते वह तो अब कहेंगे कि मोदी को कुछ नहीं मिला तो कचरे पर ही काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि 'कचरा महोत्सव' में कचरे को लेकर छोटी-छोटी प्रदर्शनी लगी है। खाली डिब्बों से म्यूजिकल इन्स्ट्रूमेंट बनाए गए हैं। इससे साफ है कि खराब से खराब चीज का अच्छा उपयोग हो सकता है।
उन्होंने कहा कि कचरे के उपयोग से दो फायदे हैं, एक तो सफाई रहेगी, दूसरे उसका सकारात्मक उपयोग हो जाएगा। दुनिया के लोगों को वाराणसी आने के लिए मजबूर करना होगा। इसे स्वच्छता से काफी मदद मिलेगी। दुनिया के लोगों को यहां आने के लिए प्रेरित करना होगा। साफ-सफाई के लिए छह सौ करोड़ रुपए की लागत से ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जा रहा है। (वार्ता)