प्रधानमंत्री ने अपने नियमित रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में सरदार पटेल का जिक्र करते हुए कहा कि देश की इस महान संतान की असाधारण यात्रा से हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। सरदार वल्लभ भाई पटेल की विशेषता यह थी कि वे न सिर्फ परिवर्तनकारी विचार देते थे, बल्कि उनको अंजाम देने के लिए जटिल-से-जटिल समस्या का व्यावहारिक हल ढूंढने में भी सक्षम थे। विचारों को साकार करने में उनको महारत हासिल थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भारत को एक सूत्र में पिरोने की बागडोर संभाली। उनकी निर्णय क्षमता ने उन्हें सारी बाधाएं पार करने की सामर्थ्य दी। जहां मान-मनौव्वल की आवश्यकता थी, वहां उन्होंने मान-मनौव्वल किया; जहां बल-प्रयोग की आवश्यकता पड़ी, वहां बल-प्रयोग किया।
मोदी के मुताबिक सरदार पटेल ने कहा था कि 'जाति और पंथ का कोई भेद हमें रोक न सके, सभी भारत के बेटे और बेटियां हैं, हम सभी को अपने देश से प्यार करना चाहिए और पारस्परिक प्रेम तथा सद्भावना पर अपनी नियति का निर्माण करना चाहिए।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती के अवसर पर देशभर में 'रन फॉर यूनिटी' का आयोजन किया जाएगा जिसमें बच्चे, युवा, महिलाएं, सभी आयु-वर्ग के लोग शामिल होंगे। उन्होंने सभी लोगों से इसमें भाग लेने की अपील की। 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि भी है। मोदी ने इसका जिक्र करते हुए कहा कि 31 अक्टूबर को इंदिरा गांधी यह दुनिया छोड़कर चली गई थीं। (भाषा)