स्वच्छता को क्षेत्र में हर किसी के लिए बड़ी चुनौती करार देते हुए उन्होंने कहा कि स्वच्छता पैमाने पर 100 से 200 स्वच्छ शहरों के बीच पूर्वोत्तर के चार शहर है, जबकि 200 से 300 स्वच्छ शहरों में पूर्वोत्तर के सात शहर आते है, जिनमें शिलांग 276वें स्थान पर है।
वह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिलांग में प्रमुख स्वयंसेवी संगठन भारत सेवाश्रम संघ के शताब्दी समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, हमें पूर्वोत्तर को दक्षिणपूर्व एशिया का प्रवेशद्वार बनाना होगा और यह प्रवेश द्वार अगर गंदा होगा तो यह सपना पूरा नहीं होगा। उन्होंने लोगों और संघ जैसे संगठनों से स्वच्छता अभियान के लिए साथ आने को कहा।