राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केन्द्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और खुफिया ब्यूरो के निदेशक ने बैठक में हिस्सा लिया। सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्रालय को महाराष्ट्र पुलिस से एक रिपोर्ट मिली थी जिसमें माओवादी संगठनों से संबंध रखने वाले कुछ लोगों के बीच बातचीत का जिक्र है। इस बातचीत में प्रधानमंत्री को निशाना बनाए जाने की बात कही।