यह पुस्तक गंभीरता से मुक्त एवं संवाद की शैली में लिखी गई है और यह लोगों में विचारों का प्रवाह जगाने वाली है। पुस्तक में कोई उपदेश या प्रवचन नहीं हैं बल्कि बहुत सारे उदाहरण दिए गए हैं तथा गतिविधियों एवं योगाभ्यास के बारे में बताया गया है। यह पुस्तक ना केवल भारत बल्कि दुनिया भर के छात्रों के लिए काफी उपयोगी है। (वार्ता)