अमेरिका के कनेक्टिकट में न्यू हैवन स्थित एल यूनिवर्सिटी के पीटर वैन डोकुम ने कहा, हमें लगता है कि हम ब्लैक होल के पीछे-पीछे एक निशान देख रहे हैं, जहां गैस ठंडी अवस्था में है और यह तारे का निर्माण करने में सक्षम है। इसलिए हम ब्लैक होल के पीछे-पीछे तारे का निर्माण होते देख रहे हैं।
डोकुम ने कहा, हम जो कुछ भी देख रहे हैं, वह परिणाम है। जैसा कि (समुद्र में) जहाज के गुजरने के बाद उसके पीछे के जल को देखते हैं, हम वैसी ही आकृति ब्लैक होल के पीछे देख रहे हैं। शोधार्थियों ने द एस्ट्रोफिजिकल जर्नल लेटर्स में अपना अध्ययन प्रकाशित किया है।
डोकुम ने कहा कि एक छोर पर ब्लैक होल है और दूसरे छोर पर इसकी मूल आकाशगंगा है। उन्हें लगता है कि गैस ब्लैक होल की गति के कारण गर्म हो रही है, या इसका कारण ब्लैक होल के चारों ओर मौजूद एक डिस्क से हुआ विकिरण रहा होगा। उन्होंने कहा, हमने ऐसा पहले कभी नहीं देखा था।
खगोलविदों को संदेह है कि यह घटनाक्रम अत्यधिक विशालकाय ब्लैक होल की कई टक्करों के परिणामस्वरूप हुआ होगा। उन्होंने कहा कि अगला कदम, ब्लैक होल के विस्तार की पुष्टि करने के लिए नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप और चंद्र एक्सरे वेधशाला से इस घटनाक्रम पर नजर रखनी होगी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)