आम आदमी थोड़ी-थोड़ी बचत कर पैसा भविष्य के लिए सुरक्षित रखता है। वह ब्याज के लिए इन रुपयों को बैंकों में रखता है, लेकिन नोटबंदी के बाद कई बैंकों ने बचत खाता और अन्य कई योजनाओं में ब्याज दरों को घटा दिया है। ऐसे में डाकघर की बचत योजनाएं रुपए के निवेश के लिए अच्छा विकल्प हो सकती हैं।
ऐसी कई योजनाएं हैं जिनमें बैंकों से अधिक ब्याज मिलता है। कई योजनाओं में आयकर के तहत छूट भी मिलती है। ऐसे ही एक योजना है। कुछ वर्षों पहले तक इस योजना में सर्टिफिकेट दिया जाता था, लेकिन 1.7.2016 से राष्ट्रीय बचत पत्र पासबुक के रूप में जारी किए जाते हैं।