मलिक को 23 फरवरी, 2022 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा कथित तौर पर भगोड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों से जुड़े संपत्ति लेनदेन के मामले में धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत गिरफ्तार किया गया था। उन्होंने पिछले साल चिकित्सा आधार पर जमानत का अनुरोध करते हुए उच्च न्यायालय का रुख किया था।
अदालत ने कहा, मैं इसे संज्ञान में ले रहा हूं कि वह गंभीर चिकित्सा स्थिति से पीड़ित हैं। हम इस मामले की गुण-दोष के आधार पर अगले सप्ताह से सुनवाई करेंगे। मलिक के वकील देसाई ने अधिवक्ता कुशाल मोर के साथ दलील दी थी कि मलिक एक साल से अधिक समय से जेल में हैं। उनकी एक किडनी खराब हो गई है और दूसरी किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही है।
देसाई ने कहा, जांच के लिए अदालतों से अनुमति लेने में 2-3 सप्ताह लगते हैं, इस तरह से काम नहीं होना चाहिए। उन्होंने पीएमएलए की धारा 45 के तहत अपवाद की ओर इशारा किया जो उन मामलों के लिए है जिसमें आरोपी 16 साल से कम उम्र का है या महिला है या बीमार है।
मई 2022 में, पीएमएलए से संबंधित मामलों की सुनवाई के लिए निर्दिष्ट विशेष अदालत ने उन्हें चिकित्सा आधार पर जमानत देने से इनकार कर दिया था, लेकिन उन्हें इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती होने की अनुमति दी थी।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)