उल्लेखनीय है कि एनडीआरएफ की एक टीम में करीब 45 जवान होते हैं और वे पेड़ तथा खंभे काटने की मशीन, संचार उपकरण, छोटी नौकाओं और मूलभूत चिकित्सा शाखा से लैस होती है।
उन्होंने कहा कि हालांकि, यह प्रचंड चक्रवाती तूफान नहीं है, लेकिन सभी मूलभूत तथ्यों को ध्यान में रखकर सभी एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं। हम बेहतर होने की उम्मीद कर रहे हैं लेकिन हमें सबसे बुरे हालात के लिए भी तैयार रहना चाहिए। चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ के बुधवार को गुजरात और महाराष्ट्र के तट से टकराने का अनुमान है।
आईएमडी ने बताया कि जब तूफान 3 जून की शाम तट से गुजरेगा, उस समय 105 से 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में भारी वर्षा होने का भी अनुमान है।(भाषा)