राहत अभियान के साथ भूकंप के केंद्र तक पहुंची सेना

सोमवार, 27 अप्रैल 2015 (23:46 IST)
नई दिल्ली। ‘ऑपरेशन मैत्री’ का दायरा बढ़ाते हुए भारतीय सेना ने आज राहत अभियान नेपाल की राजधानी काठमांडू के बाहर गोरखा जिले के बरपाक गांव में चलाया जो कि भूकंप का केंद्र रहा था। वहीं दूसरी ओर सेना के इंजीनियरों ने भारत से काडमांडू तक की सड़क खोल दी। 
भारत से काठमांडू  तक सड़क खोलने का मतलब है कि राहत सामग्री और उपकरण अब सड़क के रास्ते से भी भेजे जा सकते हैं। विनाशकारी भूकंप के बाद ऐसी सामग्री पहले केवल हवाई मार्ग से ही भेजी जा रही थी।
 
यहां सेना के अधिकारियों ने बताया कि नेपाल सेना की ओर से व्यक्त की गई प्राथमिकताओं के तहत काठमांडू  में मेजर जनरल जेएस संधू के नेतृत्व में एक कार्यबल मुख्यालय स्थापित किया गया है। एक अन्य कार्यबल की स्थापना बारपाक में ब्रिगेडियर जे गामलिन के नेतृत्व में की गई है।
 
नेपाल भेजे जाने वाले उपकरण के बारे में पूछे जाने पर अधिकारियों ने कहा, नेपाल को वही सहायता भेजी जा रही है जिसकी मांग नेपाल सेना कर रही है। हम उनकी जरूरत के मुताबिक मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल भारतीयकर्मी नहीं बल्कि उपकरण और विशेषज्ञता मांग रहा है।
 
अधिकारियों ने भारतीय सेना के राहत अभियान के बारे में कहा कि कल इंजीनियर कार्यबल ने काठमांडू से पोखरा तक की सड़क खोल दी। उन्होंने कहा कि नेपाली सैन्य मुख्यालय और भारतीय सेना इंजीनियर कार्यबल के बीच एक उपग्रहीय संचार सम्पर्क स्थापित किया गया है। इसके साथ ही काडमांडू में एक मूवमेंट कंट्रोल टीम स्थापित की गई है ताकि काफिलों को प्रभावित क्षेत्र में निर्देशित किया जा सके। (भाषा) 

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