इन सबके बीच नेपाल द्वारा राष्ट्रपति विद्यादेवी भंडारी की भारत यात्रा अचानक रद्द और नई दिल्ली स्थित अपने राजदूत को वापस बुलाने की घोषणा कर भारत को स्तब्ध कर दिया गया। इस घटना के बाद राजनयिक हलकों में की इस पर गंभीरता से चर्चा की गई। इस बीच सहायता राशि में कटौती की नेपाल में रिपोर्टें आने के बाद भारत ने तथ्यों एवं आंकड़ों के जरिए अपना पक्ष रखा है।